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मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक के बाद एक 9 हाथियों की मौत के बाद राज्य में हड़कंप मच गया है। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार (1 नवंबर) की रात को एक आपातकालीन बैठक बुलाई। बैठक में उन्होंने उच्च स्तरीय जांच दल को बांधवगढ़ भेजने और 24 घंटे में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।

बांधवगढ़ नेशनल पार्क में हाल ही में नौ हाथियों की मौत की सूचना मिली है, जिसके बाद विभिन्न प्रकार के आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने बैठक में सभी पहलुओं की जानकारी लेने के लिए एक उच्च स्तरीय दल भेजने के निर्देश दिए।

दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार, अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल और राज्य वन बल प्रमुख पीसीसीएफ असीम श्रीवास्तव सहित अधिकारियों का दल उमरिया बांधवगढ़ जाएगा। यह दल 24 घंटे में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने वर्चुअल रूप से बैठक में भाग लिया।

जांच की समय सीमा
मुख्यमंत्री को बैठक में बताया गया कि विशेषज्ञों के अनुसार हाथियों की मौत के संबंध में जांच रिपोर्ट आने में चार दिन लगेंगे। इस अवधि में मामले से जुड़े विभिन्न बिंदुओं की जांच जारी रहेगी। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य-जीव एल. कृष्णमूर्ति ने कहा कि 29 अक्टूबर को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों की अस्वस्थता की जानकारी मिली थी, जिसके बाद उनके स्वास्थ्य की जांच की गई और उपचार शुरू किया गया।

इस बीच, एसटीएसएफ प्रमुख और उनकी टीम ने घटनास्थल से 5 किमी के क्षेत्र में जांच शुरू कर दी है। उन्होंने क्षेत्र से धान, कोदो और पानी के नमूने लेकर जबलपुर स्थित स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ (एसडब्ल्यूएफएच) में भेज दिए हैं। एसटीएसएफ की टीम ने डॉग स्क्वॉड के साथ मिलकर सात खेतों और सात घरों की तलाशी भी ली है और घटना के संबंध में पांच लोगों से पूछताछ की है।

 

 

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