Headline
जिलाधिकारी ने डीग गेट स्थित आंबेडकर पार्क में स्थापित डॉ0 भीमराव आंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धापूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित की
राधा रानी की जन्मस्थली बरसाना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 207 करोड़ से अधिक की योजनाओं को दी मंजूरी
मथुरा रिफाइनरी ने किया संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर को नमन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने एम्स ऋषिकेश के पांचवें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की
इंजीनियरिंग में भी बढे महिलाओं की भागीदारी – रेखा आर्या
श्मशान घरों की अंत्येष्टि के इंतजार में ग्राम प्रधान
आईपीएल 2025- कोलकाता नाइट राइडर्स और पंजाब किंग्स के बीच मुकाबला आज
अलग- अलग निजी अस्पतालों में 15 मरीजों में डेंगू वायरस की पुष्टि 
मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी नड्डा का जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर किया स्वागत

लखनऊ: कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई अमानवीय घटना के बाद उत्तर प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। इस संदर्भ में विभाग ने राज्य के सभी अस्पतालों को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत उप मुख्यमंत्री ने अस्पतालों के प्रबंधन को कड़े निर्देश दिए हैं। डिप्टी सीएम ने स्पष्ट किया कि अस्पताल के स्टाफ की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में अक्सर ऐसे लोग पाए जाते हैं, जिनका कोई मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं होता, लेकिन वे केवल रात को आराम करने के लिए अस्पताल में रुक जाते हैं। ऐसे लोगों के विरुद्ध तुरंत कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि यदि अस्पताल के परिसर में डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों के साथ किसी प्रकार की हिंसा होती है, तो अस्पताल के इंचार्ज या उनके द्वारा अधिकृत व्यक्ति द्वारा तुरंत एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है, ताकि वे बिना किसी डर के अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top