Headline
एसजीआरआर आईएमएण्डएचएस में एथलीटिका-2024 का रंगारंग आगाज
डीएम देहरादून की अधिकारियों को सख्त हिदायत, कार्यों में लापरवाही पर सम्बन्धितों की होगी जिम्मेदारी
पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने की 04 घोषणाएं।
मुख्यमंत्री धामी ने वर्चुअल माध्यम से लालकुआं-बांद्रा सुपरफास्ट ट्रेन को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना।
मुख्यमंत्री और नीति आयोग के उपाध्यक्ष के बीच राज्य से जुड़े विभिन्न विषयों पर हुई चर्चा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में आयोजित सरस मेला-2024 का किया शुभारंभ।
विश्व धरोहर फूलों की घाटी 31 अक्तूबर को पर्यटकों के लिए कर दी जाएगी बंद , घाटी में अब तक पहुचें 19,425 पर्यटक
यूपीसीएल के अस्सी प्रतिशत से अधिक उपभोक्ता कर रहे डिजिटल भुगतान
सीएम धामी को उत्तराखण्ड महोत्सव के लिए किया आमंत्रित

नई दिल्ली। फ्रांस अपने संविधान में गर्भपात के अधिकारों को शामिल करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। इस प्रस्ताव को फ्रांसीसी संसद के दोनों सदनों में सांसदों की तरफ से 780 के मुकाबले 72 वोटों से मंजूरी दे दी गई, जो फ्रांसीसी संविधान को बदलने के लिए जरूरी तीन-पांचवें बहुमत को पूरा करता है। इस फैसले के बाद फ्रांस गर्भपात को संवैधानिक अधिकार देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। सोमवार को फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने संसद के दोनों विशेष सदनों में गर्भपात को संवैधानिक अधिकार का दर्जा दिलाया है।

जानकारी के मुताबिक फ्रांस की संसद में इस प्रस्ताव को लेकर ज्यादातर सभी ने इसके पक्ष में मतदान किया। साथ ही इस विधेयक को 780-72 मतों से मंजूरी दी गई। इस कानून को पास होने से पहले इमैनुएल मैक्रों ने कहा मैने वादा किया था कि गर्भपात को महिलाओं का संवैधानिक अधिकार मिलेगा। फ्रांस के पीएम गेब्रियल ने कहा कि हम सभी महिलाओं को एक संदेश भेज रहे हैं, महिलाओं का शरीर उनका है और कोई भी उनके बदले निर्णय नहीं ले सकता है। आपको बता दें कि फ्रांस में 80 प्रतिशत लोग इस फैसले के पक्ष में हैं। इसी वजह से देश में ये एतिहासिक फैसला लिया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top